रायबरेली सिविल लाइन वात्सल्य नर्सिंग होम की लापरवाही से मरीज की बाल बाल बची जान
पीड़िता डाली पुत्री संतोष कुमार तिवारी को बच्चा होने वाला था जिस पर पीड़िता के पिता अपनी बच्ची को वात्सल्य नर्सिंग होम लेकर गए डॉक्टर हिमानी रस्तोगी ने पीड़िता का ऑपरेशन किया जिसमें पूरी लापरवाही की गई जिसके कारण पीड़िता को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और फिर उन्होंने अपने हॉस्पिटल से पीड़िता को तुरंत रेफर कर दिया जिसमें कि पीड़िता के पिता को बोला कि आप इसको लेकर के सहारा हॉस्पिटल चले जाइए सहारा हॉस्पिटल में पीड़िता का इलाज करने से मना कर दिया जिससे पीड़िताा के पिता ने पीड़िता को अपोलोमेडिक्स मैं आईसीयू में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने बताया की पेशेंट के फेफड़ों में पानी चला गया है जो की वात्सल्य नर्सिंग होम की लापरवाही का परिणाम था। जिसके कारण पीड़िता को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा आर्थिक और शारीरिक रूप से कमजोर हो गए पीड़िता के परिवार वालेे।
इधर वात्सल्य नर्सिंग होम को पीड़िता के परिवार के लोगो ने ₹40000 दिए थे जिसका कोई हिसाब नहीं हुआ। पूछने पर मैनेजर बोल रहे हैं कि आपने कोई पैसा नहीं दिया पीड़ित के भाई ने यह बात डॉक्टर हिमानी रस्तोगी से बोला तो डॉक्टर हिमानी रस्तोगी ने फोन पर ही उस डॉक्टर को पागल और गधा बोलने लगी जिस डॉक्टर ने मरीज की जान बचाई और अपनी सारी जिम्मेदारियों से भाग रही है पीड़िता न्याय के लिए सिविल लाइन चौकी में एप्लीकेशन दे चुुकी थी जिसमें वात्सल्य नर्सिंग होम के मैनेजर ने अपनी जिम्मेदारियों से मुंह फेर लिया।
अब सोचने वाली बात यह है कि पीड़िता किस्से इंसाफ की गुहार लगाए हॉस्पिटल के मालिक हो या मैनेजर हो सब अपनी ज़िमेदारियों से भाग रहे।
रायबरेली से आदर्श तिवारी की रिपोर्ट