20 साल लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के बाद धर्म परिवर्तन कर हसीरुन निशा बनीं मालती, धूमधाम से हुई शादी।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक प्रेम विवाह खासा चर्चा में है। इस विवाह को देखने पूरा गांव उमड़ पड़ा। विवाह बंधन में बंधे जिन दो लोगों की चर्चा आम है, उनके मजहब तो अलग-अलग थे, लेकिन मोहब्बत एक थी। दरअसल, 20 साल मोहब्बत में एक दूसरे के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले भरत लाल और हसीरुन निशा ने शादी कर ली।
दोनों की मोहब्बत में धर्म आड़े न आए, इसके लिए हसीरुन ने अपना नाम भी बदल लिया है। शादी के बाद हसीरुन निशा अब मालती के नाम से पहचानी जाएंगी। गुरुवार रात हसीरुन और भरत ने हिन्दू रीति-रिवाजों के तहत शादी कर ली। इस समारोह में गांववालों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
रायबरेली जिले के ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के पयागपुर नंदौरा गांव में भरतलाल व हंसीरुन निशा का विवाह समारोह गुरुवार रात गांव में ही बड़े धूमधाम से सम्पन्न हुआ। बताते चले कि गांव के निवासी भरत लाल एक छोटी सी दुकान चलाते हैं। 20 साल पहले उनको हसीरुन निशा से प्यार हो गया। समय के साथ दोनों साथ ही लिव-इन रिलेशनशिप में रहने लगे।
इन दोनों ने उम्र के इस पड़ाव पर शादी करने का निर्णय लिया और गांव वालों ने भी उनका भरपूर सहयोग करते हुए दोनों की हिन्दू रीति-रिवाज से शादी करा दी। शादी के बाद हसीरुन निशा अब मालती बन गई है। इन दोनों की शादी की चर्चा आसपास के लोगों के लिए एक मिसाल बन गई और उन्होंने इस समारोह को यादगार बनाने में कोई कोर कसर नहीं रख छोड़ी। ऐसे समय में जब देश में मजहब को लेकर हिंसा और उपद्रव का दौर देखने को आ रहा है, रायबरेली में हसीरुन और भरत की शादी एक अनोखा उदाहरण बनकर सामने आई है।
त्रिलोकी नाथ