आजम खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे अखिलेश, कहा- षड्यंत्र के तहत BJP ने फंसाया


 


आजम खान से मिलने सीतापुर जेल पहुंचे अखिलेश, कहा- षड्यंत्र के तहत BJP ने फंसाया।


सीतापुर। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव गुरुवार को सीतापुर पहुंचे। उन्होंने सीतापुर जेल जाकर रामपुर के सांसद आजम खान से मुलाकात की। सपा सांसद से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि बीजेपी ने षडयंत्र के तहत उन्हें फंसाया है। अखिलेश ने इसके अलावा दिल्ली हिंसा पर भी बयान दिया और बीजेपी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार और पुलिस चाहती तो दंगे नहीं होते। बीजेपी हिंदू, मुसलमान को बांटकर वोट लेना चाहती है। उन्होंने कहा कि दंगे होंगे तो कोई रोजगार की बात नहीं करेगा। दंगे होंगे तो कोई निवेश की बात नहीं करेगा। दंगों के लिए बीजेपी जिम्मेदार है।
'आजम खान को फंसाया गया'
आजम खान पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें कोर्ट से इंसाफ मिलेगा।
आजम खान, उनकी पत्नी और रामपुर से विधायक तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्लाह आजम को गुरुवार को सीतापुर जेल शिफ्ट में किया गया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनते ही आजम खान को निशाने पर लिया गया। आजम खान के खिलाफ बीजेपी ने षडयंत्र किया और उन्हें फंसाया गया। उन्होंने बताया कि आजम खान की पत्नी की तबीयत ठीक नहीं है। उनके बेटे के हाथ में तकलीफ है और उम्मीद है कि जेल मैनुअल के मुताबिक उन्हें सुविधा मिलेगी।
सुरक्षा कारणों से किया गया शिफ्ट
माना जा रहा है कि सुरक्षा कारणों की वजह से आजम खान और उनके परिवार को शिफ्ट किया गया है। बुधवार को ही रामपुर के एडीजी कोर्ट ने आजम खान को उनकी पत्नी और बेटे को जेल भेज दिया था। सांसद आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्लाह आजम को बुधवार को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था। सभी को दो मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
आजम के खिलाफ कोर्ट ने कुर्की वारंट जारी कर दिए थे। यह वारंट अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने से संबंधित मुकदमे में जारी किए गए थे। बुधवार को इस मामले में आजम, उनकी पत्नी व रामपुर से विधायक तंजीन फातिमा और बेटे ने सरेंडर किया था।
पिछले साल दर्ज कराया गया था केस
यह मुकदमा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता आकाश सक्सेना ने पिछले साल दर्ज कराया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाए गए हैं।
 एक जन्म प्रमाण पत्र रामपुर से तो दूसरा लखनऊ से जारी किया गया है।


रिपोर्ट@त्रिलोकी नाथ