लॉकडाउन के 21 दिनों में इंसानियत वेलफेयर सोसइटी ने बेसहारों की मदद के लिए एक मुहिम का किया आगाज़


लॉकडाउन के 21 दिनों में इंसानियत वेलफेयर सोसइटी ने बेसहारों की मदद के लिए एक मुहिम का किया आगाज़



कहा हिंदुस्तान में हर जगह ऐसे वेलफेयर सोसाइटी के लोग सामने आए और गरीब परेशान जरूरतमंद लोगों की मदद करें



लखनऊ, 27 मार्च 2020, जैसा कि सभी जानते है कोरोना वायरस की एक ऐसी बीमारी है जिसका अभी कोई इलाज नही है, इस समय कोरोना वायरस की महामारी और इसके कहर में कई ज़िन्दगी इसकी चपेट में आ चुकी है स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए इसे फैलने से रोकना एक बड़ी चुनौती बन गई है, दुनिया भर में कोरोना वायरस के केस लगातार सामने सामने आ रहें हैं इसी के चलते पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है, ऐसे में गरीब तबके के लोग मज़दूर, टैक्सी ड्राइवर, रेढ़ी लगाने वाले और वो लोग जो छोटा मोटा कारोबार करके अपने परिवार का गुजारा करते थे खासतौर से उन लोगों पर लॉकडाउन का ज्यादा असर पड़ रहा है, जिनके पास शायद एक हफ्ते का भी राशन नहीं होता है। उनकी ज़िन्दगी रोज़ कमाने और रोज़ खाने पर ही गुजरती है। ऐसे मुश्किल वक़्त में इंसानियत वेलफेयर सोसइटी के प्रमुख कुदरत उल्ला खान और उनकी टीम उन बेसहारों का सहारा बनी। बताते चले की लखनऊ के रहने वाले कुदरत उल्ला खान पहले भी सामाजिक कार्य करने में हर तरह से आगे रहें हैं इन्होंने ब्लड डोनेशन की मुहिम भी चला रखी है जिस किसी जरूरतमंद को खून की जरूरत होती है तो इनकी पूरी टीम हर वक्त मौजूद रहती हैं। 


कोई भी इंसान भूखा न रहे, कुदरतउल्ला खान बेसहारों के लिए बने मददगार..



बरहाल इस वक्त की घड़ी को देखते हुए 21 दिन की बंदी पर कुदरत उल्ला खान ने लखनऊ में बेसहारों के लिए ये अपील की है कि लखनऊ में कोई भी इंसान भूखा न रहे आगे बताया कि हम आराम से घर में कैसे बैठ सकते हैं जबकि बेसहारा बाहर भूखे हो, इस वक़्त इंसानियत का बहुत बड़ा तकाजा है कि हमसे जो बन पड़े हम उनकी मदद करे। इसी के मद्देनजर 'इंसानियत वेलफेयर सोसइटी' की पूरी टीम दिनभर निकल पड़ती है जरूरतमंद परिवार के लोगों के लिए लंगर, पैकेट व राहत सामग्री लखनऊ के विभिन्न जगहों पर उनको पहुंचाने और बांटने के काम में लगी हुई है। बताते चले कि रोजाना लखनऊ के अलग अलग क्षेत्र में जरूरतमंदो को तलाश करके उन सभी तक खाना पहुंचाने के इस काम को अंजाम दिया जा रहा है।


 जरुरतमंदो को दो-दो मीटर की दूरी में लाइन में खड़े करके पहले उनके हाथों को सैनिटाइज्ड कराया फिर भोजन के पैकेट दिए..



 जैसे पॉलिटेक्निक चौराहा, किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, बलरामपुर हॉस्पिटल, गोमती नगर, मौलवीगंज सुलेमान हाता, बुद्धा पार्क, लोहिया अस्पताल, हज़रत गंज, चारबाग जैसी जगह पर पहुंचकर राहगीरों व गरीब मजदूरों को भोजन वितरित किया और सावधानी बरतते हुए दैनिक मजदूरों, रिक्शे वालों, ठेले वालों अस्पताल में आए रोगी के साथ तीमारदारों और सड़क पर बसर करने वालों को दो-दो मीटर की दूरी में लाइन में खड़े करके पहले उनके हाथों को सैनिटाइज्ड कराया फिर भोजन के पैकेट दिए और लोगों से बातचीत भी करते कि वो कहां कहां से आए हुए और इस लाकडाउन में किन मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।


 इस कार्य योजना में मैं और मेरी टीम हर तरह से सहायता करने में पीछे नहीं हटेंगे..



 इंसानियत वेलफेयर सोसाइटी के कार्यों को देखते हुए जब मीडिया ने सोसाइटी के प्रमुख कुदरत उल्ला खान से बात की तो उन्होंने बताया कि इस कार्य योजना में मैं और मेरी टीम हर तरह से सहायता करने में पीछे नहीं हटेंगे बल्कि हम सभी सामाजिक कार्य करने वालो से कहूंगा कि वो आगे आए और बेसहारों की मदद करें बताया कि हिंदुस्तान में हर जगह ऐसे वेलफेयर सोसाइटी के लोग सामने आए और ऐसे गरीब परेशान जरूरतमंद लोगों की मदद करें। कुदरत उल्ला खान और अपनी पूरी टीम की ओर से सभी देशवासियों से अपील करता हूं कि वो अपना और अपने परिवार का सावधानीपूर्वक ध्यान रखें और कोरोनावायरस के संक्रमण से सतर्क रहें घर से बाहर बिल्कुल ना निकले क्योंकि जान है तो जहान है और अंत में कहा "सात संदूकों में भरकर दफन कर दो नफरतें आज इंसान को मुहब्बत की जरूरत है बहुत, नफ़रत के सौदागरों के नाम तस्वीर है ये तस्वीर नही ये हमारा हिन्दुस्तान है।


रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी