नागरिकता कानून के खिलाफ घंटाघर पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को जबरन हटाने की कोशिश
कोरोना के खतरे को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों का एक जगह एकत्र होने पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज
लखनऊ, 19 मार्च 2020, नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पुलिस ने जब जबरन हटाने की कोशिश की, दरअसल कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए एक साथ बड़ी संख्या में लोगों का एक जगह एकत्र होना खतरनाक माना जा रहा है। इससे संक्रमण फैलने का भी खतरा है जिसे देखते हुए पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की। बता दें कि सीएए के खिलाफ घंटाघर पर पिछले करीब दो महीने से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। उनका कहना है कि वो तभी हटेंगी जब सरकार इस कानून को वापस ले लेगी लेकिन सरकार ने एक इंच भी पीछे न हटने की बात कहते हुए अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। इसी को लेकर प्रशासन द्वारा धरने को हटाने का हर मुमकिन प्रयास किया जा रहा है मीडिया के माध्यम से महिलाओं ने बताया कि बृहस्पतिवार दोपहर 2.30 बजे भारी संख्या में पुलिस बल ने घंटाघर को घेर लिया और सभी को यहां से हटाने के इरादे से आगे पहुंचकर टेंट हटाना याकिया शुरू कर दिया हमारे विरोध करने और अपनी जगह डटे रहने पर महिला पुलिस ने लाठी का प्रयोग करते हुए उन्हें खदेड़ दिया इस दौरान पुलिसकर्मियों से कुछ धक्का-मुक्की भी हुई, और घंटाघर पर अफरा तफरी का माहोल बन गया जिसमें पुलिस ने वहां लगे टेंट को उखाड़ दिया और तोड़फोड़ भी की, चार महिलाएं पुलिस की लाठी का शिकार हुई जिसमें दो बुजुर्ग महिलाएं बेहोश हो गई उन्हें नजदीक के अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया, तीन महिलाएं बुरी तरह से घायल हो गई ।
अधिवक्तागण पहुंचे मदद को..
महिलाओं से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने महिलाओं के पेट पर लाठी, लात और घूसों से मारा और धरने पर बैठे विकलांग पति पत्नी को जलील करते हुए पति को धरने से बाहर निकाल दिया घंटाघर पर पुलिस द्वारा महिलाओं पर हुए अत्याचार की घटना की खबर जैसे ही वायरल हुई देखते ही देखते अधिवक्तागण भी महिलाओं के समर्थन में घंटाघर पहुंच गए और महिलाओं का भरपूर साथ दिया साथ ही पूरी घटना की निदा करते हुए प्रशासन के इस रवैए के खिलाफ गुस्सा जताया।
मौलाना फज़ले मन्नान ने महिलाओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की जमकर निंदा की, और कहा इसका जवाब हम कानूनी तौर से देंगे..
साथ ही खबर सुनते ही टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फज़ले मन्नान रहमानी महिलाओं के समर्थन में घंटाघर पहुंचे, मौलाना ने महिलाओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज की जमकर निंदा की, उन्होंने कहा पुलिस द्वारा किए गए ज़ुल्म का जवाब हम कानूनी तौर से देंगे, आगे बताया कि आज के दिन जो हुआ इसे हम काला दिन मानते है इसलिए महिलाएं अपने मुल्क के लिए धरने पर बैठी थी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रही हैं मौलाना फज़ले मन्नान ने बताया पुलिस ने महिलाओं से अभद्रता करने के साथ क़ुरान की बेहुरमती भी की और जानमाज़( नमाज़ पढ़ने का कपड़ा) पैरो तलो रौंदा जो नाकाबिले बर्दाश्त है, मौलाना मन्नान ने कहा महिलाएं कोरोना के मद्देनज़र एहतियात बरतते हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही है फिर भी पुलिस महिलाओं को परेशान कर रही है उन्होंने कहा कोरोना वायरस को देखते हुए पूरे इंतिज़ाम के साथ महिलाएं शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही है। उसके बाद महिलाओं ने अपना प्रदर्शन जारी रखा अब घंटाघर पर नागरिकता कानून के खिलाफ महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है।
रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी