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गैर प्रांतों से वापस आए लड़कों को रखा गया प्राथमिक विद्यालय में जिसमें सुविधा के नाम पर जीरो है
जहानाबाद/फतेहपुर.... कोरोनावायरस के कारण सरकार ने 21 दिन के लिए लॉक डाउन कर दिया था जिसके चलते गैर प्रांतों में काम करने वाले कामगारों को भूखों मरने की नौबत आ गई थी जो किसी तरह अपने घर वापस आने पर ग्राम प्रधान ने तुरन्त उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराने के लिए कहा तब कामगारों ने अपनी जांच कराया और सरकार के दिशा निर्देश पर लाकडाउन तक ग्राम प्रधान ने प्राथमिक पाठशाला में रोकने के लिए कहा यह मामला जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पनेरूवा का मामला है ग्राम पनेरूवा के करीब आधा दर्जन से ज्यादा लड़के दूसरे प्रांत में नौकरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे तभी सरकार ने कोरोनावायरस के चलते 21 दिन के लिए लॉक डाउन कर दिया है तब वहां पर काम कर रहे हैं लड़कों को कंपनी बंद हो जाने के कारण भूखों मरने की नौबत आ गई तो किसी तरह वहां से चल कर अपने गांव ग्राम पनेरूवा पहुंचे तो ग्राम प्रधान राम भजन पालने उनको प्राथमिक विद्यालय पनेरूवा में रोका और वहां पर ना खाने की व्यवस्था है ना लेटने की कोई व्यवस्था है तथा ग्राम प्रधान राम भजन पाल ने उन लड़कों से कहा कि खाने एवं सोने की व्यवस्था अपने घर से लाइए और लॉक डाउन के रहते यहीं पर आपको रुकना है अब सोचने वाली बात यह है कि सरकार ने जगह-जगह शेल्टर होम बना दिया है जो बाहरी व्यक्ति आकर उस शेल्टर होम में रुकेगा लेकिन वहां पर इतनी अव्यवस्था होने के कारण कैसे लार्कडाउन तक आदमी रह पाएगा।
कलीम खान जहानाबाद सवांददाता